Saturday, 24 March 2012

मैढ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की कुलदेवियाँ......!!


        मैढ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की कुलदेवियाँ

श्री रामनारायण सोनी द्वारा लिखित पुस्तक मैढ क्षत्रिय स्वर्णकार जाति का इतिहास में इस समाज की कुलदेवियों का विवरण है।  


कुलदेवी                          उपासक सामाजिक गोत्र

1. अन्नपूर्णा माता  - खराड़ा, गंगसिया, चुवाणा, भढ़ाढरा, महीचाल,रावणसेरा, रुगलेचा।


2. अमणाय माता  - कुझेरा, खीचाणा, लाखणिया, घोड़वाल, सरवाल, परवला।


3. अम्बिका माता  -  कुचेवा, नाठीवाला।


4. आसापुरी माता  -  अदहके, अत्रपुरा, कुडेरिया, खत्री आसापुरा, जालोतिया, टुकड़ा, ठीकरिया, तेहड़वा, जोहड़, नरवरिया, बड़बेचा,  बाजरजुड़ा, सिंद, संभरवाल, मोडक़ा, मरान, भरीवाल,  चौहान।


5. कैवाय माता   - कीटमणा, ढोलवा, बानरा, मसाणिया, सींठावत।


6. कंकाली माता  - अधेरे, कजलोया, डोलीवाल, बंहराण, भदलास।


7. कालिका माता  - ककराणा, कांटा, कुचवाल, केकाण, घोसलिया, छापरवाल, झोजा, डोरे, भीवां, मथुरिया, मुदाकलस।


8. काली माता   - बनाफरा


9. कोटासीण माता  -  गनीवाल, जांगड़ा, ढीया, बामलवा, संखवाया, सहदेवड़ा, संवरा।


10. खींवजा माता  -  रावहेड़ा, हरसिया।


11. चण्डी माता   -  जांगला, झुंडा, डीडवाण, रजवास, सूबा।


12. चामुण्डा माता  - उजीणा, जोड़ा, झाट, टांक, झींगा, कुचोरा, ढोमा, तूणवार, धूपड़, बदलिया, बागा, भमेशा, मुलतान, लुद्र, गढ़वाल, गोगड़, चावड़ा, चांवडिया, जागलवा, झीगा, डांवर, सेडूंत।


13. चक्रसीण माता  - चतराणा, धरना, पंचमऊ, पातीघोष, मोडीवाल, सीडा।


14. चिडाय माता  - खीवाण जांटलीवाल, बडग़ोता, हरदेवाण।


15. ज्वालामुखी माता  -  कड़ेल, खलबलिया, छापरड़ा, जलभटिया, देसवाल, बड़सोला, बाबेरवाल, मघरान, सतरावल, सत्रावला, सीगड़, सुरता, सेडा, हरमोरा।


16. जमवाय माता  - कछवाहा, कठातला, खंडारा, पाडीवाल,बीजवा, सहीवाल, आमोरा, गधरावा,  धूपा, रावठडिय़ा।


17. जालपा माता  -  आगेचाल, कालबा, खेजड़वाल, गदवाहा, ठाकुर, बंसीवाल, बूट्टण, सणवाल।


18. जीणमाता   - तोषावड़, ।


19. तुलजा माता   -  गजोरा, रुदकी।


20. दधिमथी माता  -  अलदायण, अलवाण, अहिके,उदावत, कटलस, कपूरे, करोबटन,       कलनह, काछवा, कुक्कस, खोर, माहरीवाल।


21. नवदुर्गा माता  -  टाकड़ा, नरवला, नाबला, भालस।


22. नागणेचा माता  -  दगरवाल, देसा, धुडिय़ा, सीहरा, सीरोटा।


23. पण्डाय (पण्डवाय) माता -  रगल, रुणवाल, पांडस।


24. पद्मावती माता  -  कोरवा, जोखाटिया, बच्छस, बठोठा, लूमरा।


25. पाढराय माता  -  अचला।


26. पीपलाज माता  -  खजवानिया, परवाल, मुकारा।


27. बीजासण माता  -  अदोक , बीजासण, मंगला, मोडकड़ा, मोडाण, सेरने।


28. भद्रकालिका माता  -  नारनोली।


29. मुरटासीण माता  -  जाड़ा, ढल्ला, बनाथिया, मांडण, मौसूण, रोडा।


30. लखसीण माता  -  अजवाल, अजोरा, अडानिया, छाहरावा, झुण्डवा, डीगडवाल, तेहड़ा, परवलिया, बगे, राजोरिया, लंकावाल, सही,    सुकलास, हाबोरा।


31. ललावती माता  -  कुकसा, खरगसा, खरा, पतरावल, भानु, सीडवा, हेर।


32. सवकालिका माता  -  ढल्लीवाल, बामला, भंवर, रूडवाल, रोजीवाल, लदेरा, सकट।


33. सम्भराय माता  -  अडवाल, खड़ानिया, खीपल, गुगरिया, तवरीलिया, दुरोलिया, पसगांगण, भमूरिया।


34.  संचाय माता  -  डोसाणा।


35. सुदर्शनमाता   - मलिंडा।

यह विवरण विभिन्न समाजों की प्रतिनिधि संस्थाओं तथा लेखकों द्वारा संकलित एवं प्रकाशित सामग्री पर आधारित है। इसके बारे में प्रबुद्धजनों की सम्मति एवं सुझाव सादर आमन्त्रित हैं।

Wednesday, 7 March 2012

HAPPY & COLORFUL HOLI ......!!





WISHING A VERY HAPPY & COLORFUL HOLI TO ALL SWARNKAR & FAMILY MEMBERS.

"May this Holi will come with full of happiness like colors of this festival"

It's the time to spend time with our loved ones and have fun playing with colored powder. 

"This Holi....Play Safe & Dry Holi & save the Water"

Happy Holi to All Swarnkar Family :)

Proud To Be SWARNKAR.....!!

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