आप सभी स्वर्णकार भाइयो और परिवार को अक्षय तृतीया की पुन्य वेला पर अक्षय शुभकामनाये.
अक्षय तृतीया का दिन एक पवित्र दिन है और इस पुरे के पुरे दिन को ही शुभ दिन माना जाता है .
अक्षय का अर्थ है जो कभी नष्ट नहीं होता है .इसलिए आज के दिन किये गए दान पुण्य का अवश्य फल प्राप्त होता है एवं कोई भी नया कार्य जो आज प्रारंभ किया गया हो उसमे सफलता और उन्नति का होना अनिवार्य है .
आज के दिन प्रारंभ किये गए कार्य सौभाग्यशाली और सफल होते है .इसलिए आज बहुत से लोग सोने के गहने-जवाहरात भी खरीदते है.मिल जाता है अतुल्य वैभव निश्चय ही निश्छल भाव ही होता है अक्षय और स्वीकृत उन चरणों को जिन्हें मां लक्ष्मी सराहती है.
| ॐ श्री लक्ष्मी नारायणाय नम: |
| जय अजमीढ़ जी महाराज |
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